पीएम मोदी ने वडोदरा में किया 21000 करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
वडोदरा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में हैं। शनिवार को पीएम मोदी ने वडोदरा में 21000 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इसमें करीब 16,332 करोड़ रुपए की 18 रेलवे परियोजनाएं भी शामिल हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि मैंने संस्कार नगरी वड़ोदरा से आज करीब 21000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। ये प्रोजेक्ट गुजरात के विकास से भारत का विकास की प्रतिबद्धता को बल देने वाले हैं। पीएम ने रैली को भी संबोधित करते हुए कहा कि, ‘आज का दिवस मेरे लिए मातृ वंदना का दिवस है। आज प्रात: जन्म दात्री मां का आशीर्वाद लिया, उसके बाद जगत जननी मां काली का आशीर्वाद लिया और अभी मातृ शक्ति के विराट रूप के दर्शन करके उनके आशीर्वाद लिया।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी डबल इंजन की सरकार ने पिछले 8 वर्षों में महिलाओं को सशक्त बनाया है। आज यहां लाखों की संख्या में माताएं बहनें हमें आशीर्वाद देने भी आई हैं। 21वीं सदी के भारत के तेज विकास के लिए महिलाओं का तेज विकास, उनका सशक्तिकरण उतना ही जरूरी है। आज भारत, महिलाओं की आवश्यकताओं, उनका आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बना रहा है, निर्णय ले रहा है। गुजरात के पंचमहल जिले में स्थित प्रसिद्ध महाकाली मंदिर के ऊपर करीब 500 साल पहले बनी दरगाह को उसकी देखरेख करने वालों की सहमति से स्थानांतरित किए जाने के कुछ महीनों बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मंदिर के शिखर पर पारंपरिक पताका फहराई। मोदी ने इस अवसर कहा, ‘‘महाकाली मंदिर पर फहराई गई पताका न केवल आध्यात्मिकता की प्रतीक है, बल्कि यह दर्शाती है कि सदियां बीत जाने के बावजूद हमारी आस्था मजबूत है।” उन्होंने कहा कि भारत की आस्था और आध्यात्मिक गौरव के केंद्र अब फिर से स्थापित हो रहे हैं। मंदिर के शिखर को करीब 500 साल पहले सुल्तान महमूद बेगड़ा ने नष्ट कर दिया था।
बहरहाल, पावागढ़ पहाड़ी पर 11वीं सदी में बने इस मंदिर के शिखर को पुनर्विकास योजना के तहत पुन: स्थापित कर दिया गया है और प्रधानमंत्री ने इसके शीर्ष पर पताका फहराई। मोदी ने कहा, ‘‘महाकाली मंदिर के ऊपर पांच सदियों तक, यहां तक कि आजादी के 75 वर्षों के दौरान भी पताका नहीं फहराई गई थी।” उन्होंने कहा, ‘‘मंदिर पर फहराई गई पताका न केवल हमारी आध्यात्मिकता की प्रतीक है, बल्कि यह कहती है कि सदियां बीत जाती हैं, युग बीत जाते हैं, लेकिन हमारी आस्था शाश्वत रहती है।” मोदी ने कहा कि लाखों भक्तों का सपना आज उस समय पूरा हो गया जब मंदिर प्राचीन काल की तरह अपने पूरे वैभव के साथ खड़ा है। गौरतलब है कि 125 करोड़ रुपये की लागत से महाकाली मंदिर का पुनर्विकास किया गया है, जिसमें पहाड़ी पर स्थित मंदिर की सीढ़ियों का चौड़ीकरण और आसपास के इलाके का सौंदर्यीकरण शामिल है। नया मंदिर परिसर तीन स्तरों में बना है और 30,000 वर्ग फुट दायरे में फैला है।
(जी.एन.एस)